CLASS - 10 UNIT-1 बीजगणित परिमेय व्यंजक
कक्षा 9 में एक चर वाले बहुपद एवं उनकी घातो के बारे में पढ़ चुके हो चर राशि x के बहुपद p(x) में x की उच्चतम घात (power) बहुपद की घात (degree) कहलाती है जैसे – x 2 +5x +6 , x में घात 2 का बहुपद है , x 4 -10x 2 + 9 ,x में घात 4 का बहुपद है परिमेय व्यंजक – ऐसे व्यंजक जिन्हें p(x) /q(x) के रूप में प्रकट किया जा सके , जबकि p(x) व q(x) बहुपद है तथा p(x) , 0 के बराबर न हो , परिमेय कहलाते है quadratic equation – ऐसें बहुपद p(x) जिनमे चर का उच्चतम घातांक 2 हो तो उसे द्विघात बहुपद कहते है प्रत्येक द्विघात बहुपद जिसमे एक चर हो p(x) = ax 2 + bx + c के रूप में निरुपित किया जा सकता है जहाँ a , b , c अचर है प्रत्येक द्विघात समीकरण के दो मूल होते है माना ax 2 + bx + c कोई द्विघात समीकरण है तथा जिसके मूल α तथा β है तब मूलो का योगफल = -x का गुणांक / x 2 का गुणांक α + β = - b / a मूलो का गुणनफल = अचर पद / x 2 का गुणांक α